हरिद्वार: विश्व प्रसिद्ध धर्मनगरी में मां मनसा देवी मंदिर और चंडी देवी मंदिर पर जाने के लिए रोप-वे का संचालन किया जाता है। रोप-वे से लोग आसानी से मंदिरों में दर्शन के लिए चले जाते हैं। इसमें खासकर महिलाओं, बच्चों, दिव्यांगों और बुजुर्गाें को मंदिरों पर जाने में आसानी होती है। एक आंकड़े के अनुसार मनसा देवी मंदिर के लिए चलने वाले रोप-वे से रोजाना कम से कम दो हजार से लेकर सीजन में आठ हजार तक यात्री आते हैं।
सरकार की ओर से 31 दिसंबर 2023 तक रोपवे संचालन का अनुबंध बढ़ाया गया था, जो रविवार को पूरा हो गया। इससे नए साल पर मनसा देवी मंदिर पर रोप-वे से जाने वाले यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
उधर, रोप-वे का संचालन करने वाली उषा ब्रेको कंपनी के महाप्रबंधक मनोज डोबाल का कहना है कि समय बढ़ाने का निर्णय सरकार को करना है। सरकार की ओर से समय बढ़ाया तो तभी संचालन शुरू हो पाएगा।
ढाई साल पहले लीज हो गई थी समाप्त
मनसा देवी मंदिर पर चलने वाले रोप-वे की लीज मई 2021 में समाप्त हो गई थी, लेकिन सरकार की ओर से श्रद्धालुओं क सुविधाओं को देखते हुए रोपवे का संचालन 31 दिसंबर 2023 तक बढ़ा दिया गया था।
आईआईटी ने दी थी रोपवे बंद करने की रिपोर्ट
आईआईटी रुड़की की ओर से भी रोप-वे की जांच पड़ताल की गई थी। इसमें रोपवे काफी पुराना होने पर संचालन बंद करने की रिपोर्ट दी थी, विशेषज्ञों का कहना था कि रोपवे के संचालन से नुकसान हो सकता है। बावजूद इसके सरकार की ओर से रोपवे संचालन का समय बढ़ा दिया गया था।