देहरादून: अयोध्या में रामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर देश-प्रदेश में उत्साह का माहौल रहा। यह दिन भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन माना जाएगा। इसी शुभ मुहूर्त में कई घरों में किलकारियां गूंजी। किसी के घर ‘सिया’ तो किसी के घर ‘राम’ आए। इस खास दिन बच्चों को जन्म देने वाली महिलाएं खुद को और अपने बच्चों को सौभाग्यशाली मान रही हैं।
डांडीपुर निवासी सुमित साहनी सब्जी बेचने का काम करते हैं। उनकी पत्नी नीतू ने दून मेडिकल कालेज अस्पताल में बेटे को जन्म दिया है। उन्होंने कहा कि बेटे ने भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के दिन जन्म लिया है। इससे बड़ा दिन हमारे लिए कोई और नहीं हो सकता है। घर में खुशियां मनाई जा रही हैं। हम उसका नाम ‘राघव’ रखेंगे।
सेलाकुई निवासी दीपिका ने बेटी को जन्म दिया है। वह खुद को बहुत सौभाग्यशाली मान रही हैं कि राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन उनके घर में किलकारी गूंजी है। उन्होंने कहा कि आज मैं बहुत खुश हूं कि ऐसे पवित्र दिन हमारे घर में नया मेहमान आया है। उनके घर दीवाली जैसा माहौल है। कोई बच्ची को ‘जानकी’ कह रहा है, तो कोई ‘सिया’। उनके पति रोहित कराटे इंस्ट्रक्टर हैं। यह तय किया है कि बेटी का नाम सिया रखेंगे।
जौनसार बावर निवासी रवि दून में बागवानी का काम करते हैं। उनकी पत्नी राधिका ने दून अस्पताल में बेटे को जन्म दिया है। उसका नाम वह भगवान राम के नाम पर ही रखेंगे। कहते हैं कि हमारे परिवार में जो चिराग आया है भगवान राम की ही देन है।
दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय के उप चिकित्सा अधीक्षक डा. डोभाल ने बताया कि अस्पताल में 11 बच्चों ने जन्म लिया है। जिनमें पांच लड़के व छह लड़कियां हैं। अस्पताल प्रशासन सभी बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता है। उन पर सदैव ईश्वर की कृपा बनी रहे।