देहरादून: चीला हादसे में हमने दो हंसमुख और जिंदादिल अधिकारियों को खो दिया। युवा और ऊर्जावान महिला अधिकारी वन्यजीव प्रतिपालक आलोकी चीला नहर में लापता हैं। इस हादसे से पहले का वीडियो आप भी देखेंगे तो यकीन नहीं कर पाएंगे कि उम्मीद और जोश से भरे ये चेहरे आखिर पलभर में कहां चले गए। चीला हादसे में हमने जिन अधिकारियों को खो दिया, उनका वीडियो ही अब उनकी आखिरी निशानी बन गया है। इस वीडियो को देखकर हर किसी का दिल भर आ रहा है। इसमें एक झलक हादसे के बाद की भी है, जिसमें दिख रहा दुर्घटना का मंजर दिल को दहला देने वाला है।
पहले वाहन असंतुलित हुआ, फिर दो बार टक्कर
ऋषिकेश क्षेत्र में चीला बैराज के पास वन विभाग के वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने की कहानी चालक अमित सेमवाल और हिमांशु गुसाईं ने बयान की है। जिसके मुताबिक वाहन पहले असंतुलित हुआ और फिर पेड़ से टकराने के बाद चीला नहर के पैराफिट से भी जा टकराया।
भीषण हादसे में अमित व हिमांशु घायल दोनों घायल हो गए थे। हालांकि, इस दुःखद हादसे में वन क्षेत्राधिकारी (रेंजर) शैलेश घिल्डियाल और उप वन क्षेत्राधिकारी (डिप्टी रेंजर) प्रमोद ध्यानी, सैफ अली खान और कुलराज की जान चली गई। दूसरी तरफ सहायक वन संरक्षक/वन्यजीव प्रतिपालक आलोकी नगर में गिर गईं। दुर्घटना में राजाजी नेशनल पार्क के पशु चिकित्सक डॉ राकेश नौटियाल, अंकुश व वाहन चला रहे अश्वनी बीजू भी घायल हो गए।
इस घटना के बाद हादसे में मामूली रूप से घायल हुए विभागीय चालक अमित सेमवाल व हिमांशु गुसाईं के साथ ही वाहन कंपनी के चालक अश्वनी बीजू से बात की। अमित व हिमांशु का कहना है कि सभी चीला रेंज से इलेक्ट्रिक इंटरसेप्टर वाहन से सफारी कर लौट रहे थे। इसी दौरान अधिकारियों ने सड़क पर भी वाहन का ट्रायल करने की बात कही। चीला बैराज के पास की चढ़ाई वाले भाग को पार करते समय वाहन अचानक असंतुलित हो गया और सड़क किनारे पेड़ से जा टकराया।
इसके बाद भी वाहन रुका नहीं और चीला नहर के पैराफिट से जा टकराया। इस टक्कर में वन्यजीव प्रतिपालक आलोकी छिटककर नहर में जा गिरीं। जबकि रेंजर शैलेश घिल्डियाल व डिप्टी रेंजर प्रमोद ध्यानी बुरी तरह चोटिल होने के साथ ही बेहोश हो गए थे। डॉ राकेश नौटियाल, सैफ अली खान और अंकुश को भी गंभीर चोटें आई थीं।
वाहन कंपनी के चालक ने कहा पहले आई जोरदार आवाज
दूसरी तरफ इंटरसेप्टर वाहन कंपनी के चालक अश्वनी बीजू की बात थोड़ा भिन्न है। उनका कहना है कि हादसे से पहले वाहन से जोरदार आवाज आई थी। यह पता नहीं है कि आवाज टायर फटने की थी या किसी पार्ट के टूटने की। इसी के बाद वाहन असंतुलित हुआ और हादसा हो गया।