हल्द्वानी : उत्तराखंड के बनभूलपुरा बवाल में शामिल उपद्रवियों पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। रविवार को पुलिस ने 25 और उपद्रवियों को गिरफ्तार किया। अब तक सपा नेता के भाई समेत 30 की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनसे सात तमंचे और 153 कारतूस भी पुलिस ने बरामद किए हैं।
वहीं, बवाल के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक के दिल्ली से गिरफ्तार होने की सूचना पूरे दिन इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होती रही, मगर शाम को पुलिस ने मलिक की गिरफ्तारी से इन्कार कर दिया। इधर, संवेदनशील इलाके को छोड़कर बाकी शहर में इंटरनेट सेवा सुचारु कर दी गई है। सोमवार 12 फरवरी से स्कूल खोलने के भी आदेश भी जारी हो गए हैं। फिलहाल पूरे शहर में शांति बनी हुई है, लेकिन सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बल की अतिरिक्त कंपनियां पहुंचनी शुरू हो गई हैं। बनभूलपुरा और इससे लगे हिस्से को छोड़ शहर में बाकी जगह बाजार भी खुल गया है।
बनभूलपुरा में सरकारी जमीन पर मदरसा व नमाज स्थल बना था। आठ फरवरी की शाम को पुलिस और प्रशान की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची। मदरसा आधा ध्वस्त किया गया तो मुस्लिम समुदाय के करीब 10 हजार लोगों ने प्रशासन व पुलिस टीम पर हमला कर दिया था। आगजनी हुई। पेट्रोल बम से थाना फूंका गया। घटना में पांच लोगों की मौत हो गई थी। गंभीर रूप से घायल तीन लोगों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। तभी से कर्फ्यू प्रभावी रहा। सभी टेलीकाम आपरेटर्स ने इंटरनेट सेवा शनिवार रात से बहाल कर दी है। हालांकि बनभूलपुरा में जितना क्षेत्र प्रशासन ने कर्फ्यू के दायरे में रखा है, वहां इंटरनेट भी बाधित रहेगा।
प्रभावित क्षेत्र में बांटा दवाइयां, राशन और दूध
बवाल वाले क्षेत्र में पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में दवाइयां, राशन, दूध व सिलिंडर पहुंचाया गया। इधर, रविवार को जमीयत उलेमा-ए-हिंद व जमात-ए-इस्लामी हिंद के मुफ्ती व पदाधिकारी हल्द्वानी पहुंचे। उन्होंने प्रशासन से क्षेत्र में जाने की अनुमति मांगी, लेकिन कर्फ्यू के चलते उन्हें जाने नहीं दिया गया।