Dehradun: 17 बंदरों की मौत की निष्पक्ष जांच को स्थानीय लोगों ने लच्छीवाला कार्यालय का किया घेराव
देहरादून: मणिमाई मंदिर के पास जंगल में 17 बंदरों की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में शुक्रवार को स्थानीय लोगों ने लच्छीवाला रेंज कार्यालय का घेराव किया। उन्होंने बंदरों की हुई मौत की निष्पक्ष जांच करने की मांग की।
गुरुवार को मणिमाई मंदिर के पास 17 बंदरों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। जबकि, एक बंदर सड़क किनारे तड़पता मिला था। बंदरों के नाक और मुंह से खून निकल रहा था । वन विभाग की टीम ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिए थे और एक बंदर को नाजुक स्थिति में उपचार के लिए देहरादून चिड़ियाघर भेजा गया था। बंदरों को जहर देकर मारने की आशंका जताते हुए वन विभाग ने कोतवाली डोईवाला में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है।
गुरुवार दोपहर देहरादून रोड स्थित मणिमाई मंदिर में भंडारा चल रहा था। इस दौरान कुछ लोगों ने जंगल में मरे हुए बंदरों को देखा। जिसकी सूचना वन विभाग और पुलिस को दी। सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग व पुलिस की टीम ने इन बंदरों के शव को कब्जे में लेकर रेंज कार्यालय पहुंचाया।
शुक्रवार को बंदरों की मौत पर स्थानीय लोगों ने लच्छीवाला रेंज कार्यालय का घेराव किया। घेराव करने वालों में अर्जुन गुनियाल, सनी प्रधान, रिंकू हरप्रीत सिंह, रेस्टी सिंह, करण कनौजिया, गौरव, शार्दुल, शिवम, फूलचंद, विक्रम, ओम प्रकाश, रजनीश, मनोज, दीपक, अंकित, सनी कुमार आदि मौजूद रहे।