नैनीताल: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मानसखंड मंदिर माला प्रोजेक्ट के कार्यों की शुरुआत कैंची धाम से होगी। मास्टर प्लान के तहत धाम के विकास कार्यों के लिए फरवरी तक बजट भी जारी कर दिया जाएगा। सीएम ने बाबा नीब करौरी के धाम से स्वच्छता पखवाड़े का शुभारंभ कर घोड़ाखाल गोल्ज्यू मंदिर में शीश भी नवाया। कहा कि चुनाव की तिथि आयोग तय करेगा, लेकिन भाजपा निकाय व लोकसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। बाबा की कृपा व जनता के आशीर्वाद से नरेन्द्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे।
रविवार सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कैंची धाम पहुंचे। उन्होंने मंदिर परिसर में झाड़ू लगाकर स्वच्छता पखवाड़े का शुभारंभ किया। कहा कि कैंची धाम से स्वच्छता को लेकर शुरू हुई इस मुहिम को प्रदेश ही नहीं देशभर में पहचान मिलेगी। अयोध्या में श्रीराम लला के विराजमान होने के दिन तक प्रदेश के सभी मंदिरों व तीर्थस्थलों में यह अभियान चलाया जाएगा।
सीएम ने समिति पदाधिकारियों की समस्याओं व प्रस्तावों को सुनने के साथ ही कहा कि बाबा पर उनकी अगाध आस्था है इसलिए वह भी मंदिर माला प्रोजेक्ट का शुभारंभ कैंची धाम से करेंगे। कैंची धाम में प्रतिवर्ष श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। इसलिए आने वाले 50 वर्षों में भक्तों की संख्या में होने वाली वृद्धि का आकलन कर मास्टर प्लान बनाया जाएगा। उन्होंने भवाली सेनिटोरियम से नैनीबैंड व सेनिटोरियम से सिरोड़ी तक मार्ग के सुधारीकरण व डामरीकरण के कार्य तथा शहीद लांसनायक संजय सिंह बिष्ट मोटरमार्ग का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में प्रदेश की विकास योजनाओं को नई ऊंचाई मिली है। मोदी का उत्तराखंड से अटूट संबंध है। प्रदेश की जनता भी उन्हें लोकसभा चुनाव में पूरा स्नेह प्रदान करेगी। उन्होंने कांग्रेस को महज जीत के दावे करने वाली पार्टी करार दिया। 500 वर्षों से राम भक्तों ने उनका अयोध्या में मंदिर बनने की प्रतीक्षा की है। यह कालखंड प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आया है।
बलिदानी के परिवार से एक व्यक्ति को नौकरी देने की घोषणा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कैंची धाम के बाद रातिघाट स्थित बलिदानी लांसनायक संजय सिंह बिष्ट के आवास पहुंचे। उन्होंने परिवार के सदस्यों को ढांढस बांधा। साथ ही हली-तितोली मार्ग का नामकरण बलिदानी संजय सिंह के नाम पर करने और परिवार से एक व्यक्ति को नौकरी देने का आश्वासन दिया।