हरिद्वार: कनखल क्षेत्र के जमालपुर कलां में जानलेवा हमले के मामले में चार साल से फरार चल रहे 25 हजार के इनामी को कनखल थाने की पुलिस व एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की टीम ने सोनीपत हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया। वह गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदलकर पुलिस को गच्चा दे रहा था। एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल के निर्देश पर चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस और एएनटीएफ ने मिलकर आरोपित को सोनीपत से धर लिया। आरोपित को हरिद्वार लाकर न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि वर्ष 2020 में सहीद हसन उर्फ भोलू निवासी गांव जमालपुर कलां ने मुकदमा दर्ज कराया था कि उसका भाई नूरहसन घर से दूध की डेयरी की तरफ जा रहा था। आरोप था कि डेयरी के पास गुलजार, गुलनाम और मनोज निवासीगण जमालपुर कलां ने उसके भाई को रोक लिया था, जिसके बाद उसके भाई के साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट की गई थी।
आरोप था कि उसके भाई के सिर पर लकड़ी के फटटे से वार कर उसकी हत्या करने की कोशिश की गई थी। पुलिस ने दो आरोपितों गुलजार और गुलनाम को पकड़ लिया था। लेकिन मिंटू उर्फ मनोज पुत्र करतार सिंह निवासी दोघट जिला बागपत उत्तरप्रदेश हाल निवासी ग्राम कुंडली जिला सोनीपत हरियाणा लगातार फरार चल रहा था। एसएसपी की ओर से आरोपित की गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था।
इंस्पेक्टर कनखल भावना कैंथोला व एएनटीएफ के उपनिरीक्षक रणजीत तोमर के नेतृत्व में सयुंक्त टीम ने सोनीपत हरियाणा से उसे गिरफ्तार कर लिया। हरिद्वार लाकर कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया। पुलिस टीम में इंस्पेक्टर कनखल भावना कैंथोला, वरिष्ठ उपनिरीक्षक सुभाष चन्द्र, जगजीतपुर चौकी प्रभारी चरण सिंह व एएनटीएफ उपनिरीक्षक रणजीत सिंह तोमर, हैड कांस्टेबल जसबीर चौहान व कांस्टेबल सुनील शामिल रहे।