गौरीकुंड में एक बार फिर हादसा, तीन बच्चे मलबे में दबे, दो की मौत, कोटद्वार में मलबे में फंसी बस
देहरादून: रुद्रप्रयाग जिले की गौरीकुंड में आज सुबह एक बार फिर बड़ा हादसा हो गया। अभी कुछ दिन पहले ही गौरीकुंड में भूस्खलन में 23 लोगों की जान चली गई थी, इसमें से 20 के शव भी अभी बरामद नहीं हुए हैं।
गौरीकुंड में हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। बुधवार सुबह गौरीकुंड में एक बड़ा हादसा हो गया है। यहां लगभग पांच बजे गौरी गांव में भारी भूस्खलन से तीन बच्चे मलबे में दब गए। तीनों बच्चों को मलबे से निकाला गया, जिनमें से दो बच्चों की मौत हो गई। एक बच्चे का उपचार चल रहा है। बुधवार सुबह गौरी गांव में नेपाली मूल के तीन बच्चे भूस्खलन की चपेट में आने से मलबे में दब गए। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से तीनों बच्चों को मलबे से निकाला गया। आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि इन बच्चों को गौरीकुंड हॉस्पिटल में उपचार के लिए लाया गया। जहां चिकित्सकों ने दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया। जबकि एक बच्चे का उपचार चल रहा है।
वहीं दूसरी तरफ मंगलवार शाम को हुई लगा तार बारिश से पौड़ी जिले के कोटद्वार के हालात भयावह हो गए हैं। सड़कों में नदी बहने लगे और लोगों के घरों में मलबा और पानी भर गया। बारिश के चलते कोटद्वार में एक बस भी मलबे में फंस गई। जबकि पुल के नीचे बड़ी संख्या में पेड़ फंस गए। यहां बारिश से भारी नुकसान हुआ है।
उत्तराखंड में बुधवार को भारी बारिश होने की आशंका है। मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून समेत उत्तराखंड के पांच जिलों में के लिए ऑरेंज और शेष जनपदों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल और चंपावत में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इन जनपदों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, शेष जनपदों में कहीं-कहीं गर्जना के साथ बिजली चमकने और तीव्र बारिश होने की संभावना है। हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में भी कहीं-कहीं भारी बारिश की आशंका हैं।