देहरादून: निजी अस्पतालों में कोरोना संदिग्ध मरीजों की आरटीपीसीआर जांच ही होगी। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में सभी अस्पतालों के लिए निर्देश जारी किए हैं। जिसमें कहा गया है कि कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए सबसे सटीक एवं विश्वसनीय आरटीपीसीआर जांच ही है।
कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1 ने देश-दुनिया की चिंता बढ़ाई हुई है। इसे लेकर उत्तराखंड में भी अलर्ट जारी किया गया है। निजी व सरकारी अस्पतालों को इन्फ्लूएंजा और गंभीर तीव्र श्वसन से संबंधित रोगियों की निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। राज्य में हाल ही में दो लोग में कोरोना की पुष्टि हुई है। पर जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट अभी नहीं आई है। इस बीच विभाग ने आरटीपीसीआर जांच को लेकर निर्देश जारी किए हैं।
जिला सर्विलांस अधिकारी डा. सीएस रावत के अनुसार, बीते दिनों एक निजी अस्पताल ने एक मरीज के कोरोना संक्रमित होने की रिपोर्ट दी थी। उन्होंने मरीज का स्क्रीनिंग टेस्ट कराया था। आरटीपीसीआर जांच कराने पर रिपोर्ट निगेटिव आई। ऐसे में अस्पतालों को निर्देशित किया है कि वह मरीज की आरटीपीसीआर जांच ही कराएं। उन्होंने बताया कि सोमवार को की गई जांच में सभी की रिपोर्ट निगेटिव है।