ईजा! पुष्कर ठीक है, खुशी में मां की आंखें छलकी, बोलीं, हे ईष्ट! म्यर पुष्कर सही सलामत घर ऐज..
टनकपुर: ईजा, पुष्कर ठीक है। मेरी उससे बात हुई है। आज कैमरे के जरिये मैंने उसे देखा। आप चिंता मत करना। पिताजी और मामा को भी बता देना कि चिंता न करें…। यहां ड्रिलिंग का काम तेजी से चल रहा है। मैं और पुष्कर जल्द ही घर लौटकर आएंगे..।’
बेटे विक्रम के इन शब्दों ने पुष्कर की मां गंगा देवी को बड़ी दिलासा दी है। उनकी आंखों में उम्मीद के आंसू छलक पड़े। अपने ईष्ट का ध्यान करते हुए प्रार्थना करती हैं, ‘म्यर पुष्कर सही सलामत घर ऐजो..।’ अर्थात किसी तरह सही सलामत मेरा पुष्कर घर आ जाए।
टनकपुर छीनीगोठ निवासी 22 वर्षीय पुष्कर ऐरी उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में फंसे हुए हैं। पुष्कर की चिंता में बड़े भाई विक्रम सिलक्यारा में डेरा डाले हुए हैं। बेटे की चिंता में मां गंगा देवी दुखी हैं। हर समय अपने ईष्ट को धाद लगा रही हैं कि उनके बेटे को कुशल बनाए रखना।
बचाव कार्य में लगे विशेषज्ञों ने मंगलवार शाम पाइप के जरिये सुरंग में एंडोस्कोपिक फ्लेक्सी कैमरा भेजा। जिससे सुरंग में फंसे श्रमिकों की वीडियो पहली बार सामने आई। सिलक्यारा पहुंचे पुष्कर के बड़े भाई विक्रम ने पुष्कर से बात की। पुष्कर के मामा महेंद्र सिंह ऐरी ने बताया कि पुष्कर कुशलता से है। उनके विक्रम से उनकी चिंता न करने व घर लौटने के लिए कहा।
बाद में विक्रम से मोबाइल फोन के जरिये सबसे पहले अपनी मां से बात की। पिछले 10 दिनों से बेटे की चिंता में लगी गंगा देवी ने मंगलवार शाम धैर्य के साथ खाना खाया। बुधवार को भी वह दिनभर बेटे विक्रम को फोन कर पुष्कर की कुशल लेती रही। सुरंग कितनी खोदनी रह गई है, कब तक मेरा पुष्कर वापस आएगा, यही पूछ रही हैं। विक्रम उम्मीद बंधा रहे हैं कि ईजा गुरुवार तक घर आ जाएंगे। आसपास के सभी लोग भी प्रार्थना कर रहे हैं कि पुष्कर जल्द ही सकुशल अपने घर लौटकर आए।