देहरादून: नया माडल बताकर पुराने माडल की कार बचेने के मामले में ग्राहक ने प्रतिष्ठित वाहन निर्मित कंपनी मर्सिडीज बेंज के चेयरमैन, निदेशक, प्रबंध निदेशक व देहरादून स्थित शोरूम संचालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है।
दून निवासी फिल्म प्रोड्यूसर व बिल्डर जयप्रकाश तिवारी ने बताया कि वह महंगी कार रखने के शौकीन हैं और एक वर्ष के भीतर ही अपनी कार नए माडल की कार से बदलते रहते हैं। आरोप है कि दून के मोहब्बेवाला स्थित मर्सिडीज बेंज के शोरूम बारक्ले मोटर्स लिमिटेड ने उन्हें 2022 माडल की कार 2023 माडल की बताकर बेच दी। कंपनी की ओर से दी गई इनवाइस और बीमा पर भी वर्ष 2023 ही अंकित है। प्रकाश तिवारी ने धोखाधड़ी का आरोप लगाकर पुलिस को शिकायत दी थी, जिसमें प्रारंभिक जांच के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
बंसल होम, दून एन्क्लेव निवासी शिकायतकर्ता जयप्रकाश तिवारी ने पटेलनगर कोतवाली की पुलिस को बताया कि वह मुंबई में फिल्म प्रोड्यूसर हैं और देहरादून में उनका बिल्डिंग निर्माण का भी काम है। वर्ष 2022 में उन्होंने मर्सिडीज बेंज कंपनी के मोहब्बेवाला स्थित बारक्ले शोरूम में नई कार खरीदने के लिए संपर्क किया। वहां अपनी स्कोडा रैपिड कार एक्सचेंज में दी और 48 लाख रुपये कीमत की मर्सिडीज ए-क्लास लिमोजिन कार खरीद ली।
इसके बाद सात फरवरी-2022 को उन्होंने ए-क्लास लिमोजिन कार को एक्सचेंज में देकर नया माडल मर्सिडीज बेंज सी-क्लास लेनी चाही। उनकी ए-क्लास लिमोजिन कार की कीमत 30 लाख रुपये लगाई गई। शिकायतकर्ता ने बताया कि 18 लाख रुपये की हानि के बावजूद उन्होंने नौ फरवरी को 70 लाख रुपये कीमत की मर्सिडीज बेंज सी-क्लास बुक करा दी।
शोरूम संचालक ने 24 फरवरी को उन्हें कार डिलीवरी दी। जिसकी इनवाइस और बीमा पर माडल वर्ष 2023 अंकित था। देहरादून संभागीय परिवहन कार्यालय में (यूके07-एफके1199) नंबर पर कार का पंजीकरण हुआ। शिकायतकर्ता ने बताया, जून-2023 में वह बदरीनाथ धाम से लौट रहे थे कि उनकी कार नीचे से रगड़ खा गई। इसी दौरान उन्हें पता चला कि मर्सिडीज बेंज का नया माडल जीएलसी आ रहा है। इस पर वह 30 जून-2023 को दोबारा बारक्ले शोरूम पहुंचे और अपनी मर्सिडीज बेंज सी-क्लास को एक्सचेंज में देकर जीएलसी माडल बुक करने को कहा।
आरोप है कि इस दौरान जब उनकी मर्सिडीज बेंज सी-क्लास की कीमत लगाई गई तो उन्हें 30 प्रतिशत कटौती के बारे में बताया गया। जब उन्होंने कहा कि अभी तो कार को खरीदे हुए चार माह ही हुए हैं तो शोरूम के अधिकारियों ने बताया कि उनकी कार 2022 माडल की है। जिस पर जयप्रकाश तिवारी ने कार खरीदने के दौरान मिली इनवाइस व बीमा दिखाया, जिस पर कार माडल 2023 ही अंकित था, लेकिन शोरूम के अधिकारियों ने उसे तकनीकी त्रुटि बताकर पल्ला झाड़ लिया। आरोप है कि इसी दौरान शोरूम संचालक ने एक नई इनवाइस बना दी, जिस पर कार का माडल 2022 दर्ज था, लेकिन जयप्रकाश तिवारी ने उस पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया।
जिसके बदले उन्हें धमकी भी दी गई। इसके बाद शिकायतकर्ता ने मर्सिडीज बेंज कंपनी के पुणे (महाराष्ट्र) स्थित कार्यालय में संपर्क किया व वहां चेयरमैन, प्रबंध निदेशक व निदेशक को ई-मेल भी की। आरोप है कि सभी ने इसे तकनीकी खामी बताते हुए मामला रफादफा करने को कहा। अंतत: जयप्रकाश तिवारी ने पुलिस से शिकायत की। जिस पर अब मर्सिडीज बेंज पुणे के प्रबंध निदेशक संतोष अय्यर, चेयरमैन, निदेशक, सीईओ समेत बारक्ले शोरूम दून के संचालक पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पांच माह तक मामला दबाए रही पुलिस
शिकायतकर्ता जयप्रकाश तिवारी ने बताया कि उन्होंने 18 अगस्त 2023 को एसएसपी देहरादून कार्यालय में लिखित शिकायत दी थी। वहां से मामला जांच के लिए आइएसबीटी चौकी पुलिस के पास भेज दिया गया। इस दौरान बार-बार वह चौकी जाते रहे, लेकिन पुलिस ने जांच आगे नहीं बढ़ाई। पुलिस उन्हें टहलाती रही। पिछले दिनों जांच अधिकारी चौकी प्रभारी का तबादला हो गया, इसके बाद शिकायतकर्ता दोबारा एसएसपी अजय सिंह से मिले। एसएसपी ने एसपी क्राइम को मामले की जांच सौंपी। 20 दिन बाद एसपी क्राइम ने एसएसपी को रिपोर्ट सौंपी। एसएसपी के आदेश पर अब मुकदमा दर्ज हो पाया।