उत्तरकाशी में बिना पंजीकरण पहुंचे एक हजार तीर्थ यात्रियों को रोका, यात्रियों ने किया तीन घंटे हंगामा
देहरादून: जाम से जूझ रहे यात्रा मार्गों पर व्यवस्था बनाने में जुटा प्रशासन बिना पंजीकरण पहुंच रहे तीर्थ यात्रियों को लेकर सख्त हो गया है। गुरुवार को उत्तरकाशी जिले के डामटा और नगुण के पास ऐसे करीब एक हजार तीर्थ यात्रियों को रोक दिया गया। ये तीर्थयात्री बिना पंजीकरण गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा पर जा रहे थे। इनमें से अधिकांश तीर्थयात्री लौट गए हैं, जबकि कुछ राहत मिलने की उम्मीद में देर शाम तक बैरियर के पास ही इंतजार करते रहे। टिहरी के घनसाली में तीन घंटे तक रोके जाने पर तीर्थयात्रियों ने हंगामा किया।
धामों में उमड़ रही भीड़ और विशेषकर गंगोत्री-यमुनोत्री राजमार्ग पर लग रहे जाम को देखते हुए बुधवार से आफलाइन यात्रा पंजीकरण बंद है। फिलहाल, इसे 19 मई तक बंद रखने का आदेश है। ऐसे में तीर्थयात्री बिना पंजीकरण के ही धामों की तरफ बढ़ रहे हैं।
गुरुवार को यमुनोत्री राजमार्ग पर सुबह से शाम तक डामटा बैरियर पर बिना पंजीकरण के 600 से अधिक तीर्थयात्री पहुंचे। इन सभी को रोक लिया गया। इनमें अधिकांश तीर्थयात्री गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से आए थे। इसी तरह गंगोत्री राजमार्ग स्थित नगुण बैरियर पर 400 से अधिक तीर्थयात्री बिना पंजीकरण के रोके गए। इनमें कुछ तीर्थयात्री लौट गए, जबकि कुछ देर शाम तक अनुमति का इंतजार करते रहे।
पंजीकरण स्लिप में छेड़छाड़ पर गुजरात के 80 तीर्थयात्री रोके
यात्रा पंजीकरण में फर्जीवाड़ा भी किया जा रहा है। इस कारण गुरुवार को भावनगर (गुजरात) के 80 तीर्थ यात्रियों के दल को गंगोत्री राजमार्ग पर हीना स्थित पंजीकरण जांच केंद्र में रोक दिया गया। पंजीकरण कर्मचारी के अनुसार, तीर्थ यात्रियों को आनलाइन पंजीकरण में यात्रा के लिए 15 जून का स्लाट मिला था, लेकिन तीर्थ यात्रियों ने पंजीकरण की जो स्लिप दी, उसमें 15 मई का स्लाट दिखाया गया।
जांच में दस्तावेज में छेड़छाड़ की बात सामने आई। इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई है। तीर्थ यात्रियों ने बताया कि हरिद्वार में एक एजेंसी के माध्यम से आनलाइन पंजीकरण करवाया था, जिसमें यात्रा की तिथि 15 मई बताई और पंजीकरण स्लिप में भी यही तिथि अंकित थी।
ऋषिकेश में 500 से अधिक यात्री वाहन रोके
चारधाम यात्रा में शुरुआती दिनों में ही श्रद्धालुओं की संख्या में हुई अप्रत्याशित वृद्धि के चलते गंगोत्री और यमुनोत्री यात्रा मार्गों में कई घंटों का जाम लग रहा है। जिससे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। इसलिए इन धामों में उमड़ी भीड़ तथा यात्रा मार्गों पर लग रहे जाम को देखते हुए प्रशासन ने यात्रा को नियंत्रित ढंग से संचालन करना शुरू कर दिया है। इसके लिए ऋषिकेश में ही गंगोत्री व यमुनोत्री के यात्रियों को रोका गया है। ऋषिकेश सहित यात्रा मार्ग पर करीब 500 से अधिक वाहन रोके गए हैं।
यह है स्थिति
- 4 लाख से अधिक तीर्थयात्री अब तक कर चुके चारों धाम में दर्शन
- 1.83 लाख सर्वाधिक तीर्थयात्री बाबा केदार के दर पर पहुंचे
- 27.92 लाख श्रद्धालु करा चुके चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण
- 7वें दिन भी पूरी तरह पटरी पर नहीं लौट पाई गंगोत्री-यमुनोत्री धाम की यात्रा