बदरी-केदार में 1.20 करोड़ रुपये से अधिक की पूजाएं आनलाइन बुक, 15 अप्रैल से शुरू कराई थी पूजाओं के लिए आनलाइन बुकिंग
देहरादून: बदरीनाथ व केदारनाथ धाम में पूजाओं की आनलाइन बुकिंग को लेकर श्रद्धालुओं में जबर्दस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। दोनों धाम में पूजाओं के लिए 6,975 श्रद्धालु महज एक सप्ताह के भीतर एक करोड़ 20 लाख 3,725 रुपये की आनलाइन बुकिंग करा चुका हैं। बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई और केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री के इससे दो दिन पूर्व 10 मई को खोले जाने हैं।
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने पूजाओं के लिए बीती 15 अप्रैल से अपनी आधिकारिक वेबसाइट https://badrinath-kedarnath.gov.in पर आनलाइन बुकिंग शुरू की थी। तब से सोमवार तक 4,735 श्रद्धालु बदरीनाथ और 2,246 श्रद्धालु केदारनाथ में पूजाओं की आनलाइन बुकिंग करा चुके हैं। मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि बदरीनाथ धाम के लिए पूजाओं की आनलाइन बुकिंग से 82 लाख 58 हजार 920 और केदारनाथ के लिए 37 लाख 44 हजार 805 की धनराशि प्राप्त हुई है।
मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि श्रद्धालु पूजाओं के लिए लगातार समिति के कार्यालयों से जानकारी मांग रहे हैं। उधर, मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि समिति ई-आफिस व आनलाइन सेवाएं अपनाने पर जोर दे रही है। वेबसाइट सहित पूजा काउंटर आधुनिक बनाए गए हैं।
चारधाम के लिए 13.26 लाख पंजीकरण
हेमकुंड साहिब समेत चारधाम यात्रा के लिए सोमवार को 78,055 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया। इसके साथ ही पंजीकरण का आंकड़ा 13,26,185 पहुंच चुका है। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने बीती 15 अप्रैल को हेमकुंड साहिब समेत चारधाम यात्रा के लिए आनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की थी। केदारनाथ धाम के लिए सर्वाधिक श्रद्धालु पंजीकरण करा रहे हैं।
वर्षा के चलते हेमकुंड पैदल मार्ग पर शुरू नहीं हो पाया बर्फ हटाने का कार्य
गोपेश्वर: हेमकुंड साहिब पैदल मार्ग पर घांघरिया व अटलाकोटी के बीच बर्फ हटाने का कार्य वर्षा के चलते सोमवार को शुरू नहीं हो पाया। सेना की 418-स्वतंत्र ब्रिगेड इंजीनियरिंग कोर और गुरुद्वारा के सेवादारों की 35-सदस्यीय टीम घांघरिया बेस कैंप में दिनभर मौसम साफ होने का इंतजार करती रही।
हेमकुंड साहिब व लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट 25 मई को खोले जाने हैं। गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि सेना मंगलवार को अटलाकोटी में हिमखंड के बीच से रास्ता बनाने का कार्य शुरू करेगी। अटलाकोटी हिमखंड 200 फीट लंबा और 20 फीट ऊंचा है, जबकि हेमकुंड साहिब में 10 फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है।