पौड़ी के श्रीनगर में श्रीकोट से स्वीत तक आर-पार हुई रेल सुरंग, श्रीनगर से डुंगरीपंथ तक जोड़ेगी सुरंग
श्रीनगर (पौड़ी गढ़वाल): ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की 9095 मीटर लंबी मुख्य सुरंग के श्रीकोट गंगानाली से स्वीत तक का 2005 मीटर हिस्सा शनिवार को आर-पार हो गया। 125 किमी लंबी रेल लाइन को जीआइटीआइ मैदान श्रीनगर से डुंगरीपंथ तक जोड़ने वाली इस निर्माणाधीन सुरंग के जीआइटीआइ मैदान से श्रीकोट तक के हिस्से की लंबाई 3340 मीटर, श्रीकोट से स्वीत तक के हिस्से की लंबाई 2005 मीटर और स्वीत से डुंगरीपंथ तक के हिस्से की लंबाई 3750 मीटर है।
सुरंग को आर-पार करने के लिए सफल विस्फोट उपजिलाधिकारी श्रीनगर नुपुर वर्मा ने किया। इस अवसर पर उन्होंने आरवीएनएल व निर्माण कंपनी के सभी अभियंता और कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि परियोजना के पूरा होने पर गढ़वाल की आर्थिकी में अप्रत्याशित बदलाव आएगा।
आरवीएनएल के सहायक महाप्रबंधक पमीर अरोरा ने कहा कि परियोजना के लिए यह महत्वपूर्ण उपलब्धि है। सुरंग के अगले हिस्से के अप्रैल में आर-पार होने की संभावना है। निर्माण कंपनी ऋत्विक के परियोजना प्रबंधक वीरेश चलमी ने कहा कि रेल सुरंग का निर्माण कार्य गुणवत्तापरक हो रहा है। हालांकि, निर्माण के शुरुआती दौर में ठोस चट्टान नहीं मिलने से कुछ चुनौतियां खड़ी हुईं, लेकिन नई-नई तकनीकों के उपयोग ने राह आसान कर दी।
कहा कि सभी 16 रेल सुरंग पूरी तरह सुरक्षित है और इनके हर 375 मीटर पर विशेष व्यवस्था की गई है। ताकि निर्माण के दौरान कहीं भी ब्लाकेज होने पर कर्मचारी और श्रमिक सुरक्षित बाहर निकल सकें। आरवीएनएल के परियोजना निदेशक पीयूष पंत ने परियोजना के लिए सुरंगों के तेजी से हो रहे निर्माण को उत्साहवर्द्धक बताया।