
हरिद्वार: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह के नाम से उत्तराखंड के 12 भाजपा विधायकों को झांसे में लेने के लिए काल की गई थी, लेकिन शिकायत केवल रानीपुर, रुद्रपुर व नैनीताल विधायक ने दर्ज कराई। ऐसे में यह आशंका भी जताई जा रही है कि कहीं बाकी नौ विधायक ठगी का शिकार तो नहीं हो गए। हालांकि, अभी तक किसी विधायक ने इस बारे में कोई जानकारी पुलिस को नहीं दी है। मास्टरमाइंड गौरव नाथ की गिरफ्तारी के बाद बाकी नौ विधायकों की चुप्पी से पर्दा उठने की उम्मीद है।
उत्तराखंड के भाजपा विधायकों से ठगी की साजिश रचने वाला गौरव नाथ राजनीतिक सट्टेबाजी में माहिर है। वह हर चुनाव में एग्जिट पोल पर लाखों रुपये का सट्टा लगाता है। राजनीति में दिलचस्पी होने के चलते उसने विधायकों से ठगी का गिरोह खड़ा किया। अक्टूबर 2024 में वह महाराष्ट्र के एक मंत्री के साथ इसी तरह का कृत्य करने पर जेल भी गया था। वहां से जमानत पर छूटने के बाद उसने फिर यही काम शुरू कर दिया।
उत्तराखंड के भाजपा विधायकों को शिकार बनाने के लिए गौरव ने उत्तराखंड मूल के प्रियांशु पंत और दिल्ली के उवेश अहमद को भी अपने साथ मिलाया। आरोपितों से पुलिस की पूछताछ में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। गौरव ने अलग-अलग मोबाइल नंबरों से उत्तराखंड के 12 भाजपा विधायकों को काल की थी। हालांकि, बाकी नौ विधायक कौन थे, इस बारे में आरोपितों ने पुलिस को अभी नहीं बताया है, लेकिन उनके इस कुबूलनामे से राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई है। आरोपितों ने यह भी बताया कि गौरव ने रकम मिलने पर आपस में बांटने का भरोसा दिलाया था। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि गौरव नाथ की तलाश में पुलिस दिल्ली में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। उसकी गिरफ्तारी के बाद कई सवालों का जवाब मिल सकेगा।
स्नातक की पढ़ाई कर रहा प्रियांशु
गिरफ्तार आरोपित प्रियांशु पंत मुक्त विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई कर रहा है, जबकि गौरव नाथ 12वीं पास बताया जा रहा है। रुद्रपुर पुलिस के हत्थे चढ़ा उवेश भी ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं है। प्रियांशु के पिता की पिछले साल सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है, वह पेशे से चालक थे।