42 की उम्र में फिर नामकरण, अब कहलाएंगे नारायण भट्ट, पुनर्विवाह भी संपन्न
खटीमा: 42 वर्ष की उम्र में जाकर उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर जिले में खटीमा के श्रीपुर बिचुवा के नवीन भट्ट का पुनः नामकरण हुआ है। इस नवीन नामकरण के बाद नवीन भट्ट अब नारायण भट्ट के नाम से पुकारे जाएंगे। इस उम्र में नवीन भट्ट का न केवल नया नामकरण किया गया है, बल्कि नए सिरे से यज्ञोपवीत (जनेऊ) संस्कार भी किया गया है और पत्नी व दो बच्चों के जीवित होते हुए पुनर्विवाह भी रचाया गया है।
जानते हैं नवीन भट्ट के साथ ऐसा क्यों हुआ ? दरअसल खटीमा के श्रीपुर बिचुवा गांव के मजरा फार्म के घर से अलग रह रहे नवीन भट्ट की मृत्यु व उसकी लाश के हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल, हल्द्वानी में होने की सूचना उसके घर वालों को मिली थी। इस सूचना पर नवीन के घर वाले अस्पताल की मोर्चरी में रखे शव की अपने बेटे नवीन भट्ट के रूप में शिनाख्त करते हुए घर ले आए। सामाजिक परंपरा के अनुसार उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया।
दो दिन बाद एक फोन कॉल के जरिए खुलासा हुआ कि नवीन तो जिंदा है। उसने खुद वीडियो कॉल कर घरवालों को अपने जिंदा होने की बात कही। इसके बाद घर वाले जीवित नवीन भट्ट को घर लेकर आए।
हिंदू मान्यता के अनुसार यदि किसी व्यक्ति को मृत जान उसका अंतिम संस्कार कर दिया जाए और वह व्यक्ति जीवित लौट आए तो उसके संस्कार पुनः करने पड़ते हैं। नवीन भट्ट के साथ भी यही सब कुछ हुआ। नवीन को हिंदू धर्म के अनुसार नया जन्म मिला है। इसलिए उन्हें यह सब कुछ फिर से करना पड़ा।
गुरुवार को नवीन भट्ट जन्म से लेकर विवाह तक के संस्कार दोबारा संपन्न कराए गए। बुधवार शाम को पहले नवीन भट्ट का नामकरण किया गया। नवीन भट्ट को नया नाम नारायण भट्ट दिया गया। नवीन अब नारायण के नाम से जाना जाएगा। नामकरण के बाद उसका यज्ञोपवीत संस्कार हुआ। गले में नया जनेऊ डाला गया।
इसके बाद उसका वैवाहिक रस्में भी दोहराई गईं। विवाह की बात बगैर कन्या पक्ष की मौजूदगी के संभव नहीं थी। कन्या पक्ष के चाचा और मां टनकपुर से आए। वर पक्ष से बातचीत के बाद विवाह की रस्म भी पूरी की गई। चार घंटे में जीवनभर के संस्कार कराए गए। नवीन भट्ट के ये सभी संस्कार पंडित आनंदबल्लभ जोशी ने संपन्न करवाए।
इस अजब-गजब घटनाक्रम से इलाके में लोगों में कौतुहूल भी है और चर्चाओं का बाजार भी गर्म है। आम लोग तथा मीडिया नवीन भट्ट की एक झलक पाने के लिए उत्सुक हैं। लेकिन परिजनों ने सभी से दूरी बनाई हुई है।