देहरादून: बांसवाड़ा के जंगल में मोरपंख ढूंढने गए बच्चों पर हाथी ने हमला कर दिया। बाकी बच्चे तो वहां से भाग गए, लेकिन छह साल की बच्ची को हाथी ने सूंड से पकड़ लिया और पटक-पटक कर मार डाला। बच्ची के माता-पिता मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं और देहरादून में मजदूरी करते हैं।
शुक्रवार को बालावाला निवासी विवेक उनियाल ने बालावाला पुलिस चौकी और वन विभाग को सूचना दी। बताया कि बांसवाड़ा जंगल किनारे उनका मकान है, जहां बिहार निवासी लोचन ऋषि देव अपने परिवार के साथ रहता है। दोपहर बाद करीब ढाई बजे लोचन ऋषि देव की छह वर्षीय बेटी सोनम पड़ोस के अन्य बच्चों के साथ जंगल गई थी। जहां हाथी ने उन पर हमला कर दिया। इस बीच अन्य बच्चे घर की तरफ भागे, लेकिन सोनम वहीं गिर गई। जिसके बाद हाथी ने उसे कुचल डाला। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
पुलिस के अनुसार, पीड़ित परिवार मूल रूप से बिहार के सहरसा के भस्ती गांव का रहने वाला है। परिवार यहां सौंग नदी के किनारे मजदूरी कर गुजर-बसर करता था।
उधर, रायपुर रेंज के वन क्षेत्राधिकारी राकेश नेगी ने बताया कि आबादी क्षेत्र के पास जंगल की सीमा पर सोलर फेंसिंग की गई है, लेकिन स्थानीय निवासी फेंसिंग के नीचे से जंगल की ओर चले जाते हैं। जंगल में वन्यजीवों की गतिविधि भी अत्याधिक रहती है।
क्षेत्रवासियों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की जाती है। वन विभाग की ओर से भी क्षेत्र में रात्रि गश्त कर वन्यजीवों की गतिविधि पर नजर रखी जाती है। वर्षाकाल में जंगल में घनी झाड़ियां होने के कारण – मानव संघर्ष की आशंका बढ़ जाती है।
बालावाला, भोपालपानी क्षेत्र में वन्यजीवों की चहलकदमी अधिक
बालावाला से भोपालपानी तक आसपास के जंगलों से अक्सर वन्यजीव रिहायशी क्षेत्र में आ धमकते हैं। हालांकि, क्षेत्र में हाथी की चहलकदमी अक्सर होती है, लेकिन पूर्व में जन हानि नहीं हुई थी। हाथियों के खेतों में फसलों को नुकसान पहुंचाने के साथ ही पेड़ और भवनों को क्षति पहुंचाने के मामले जरूर आते रहे हैं।