डकैती डालकर चिकित्सक की हत्या करने वाला इनामी बदमाश गिरफ्तार, एक आरोपित अभी भी फरार
देहरादून: उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने घर में डकैती डालकर चिकित्सक की हत्या करने के आरोप में 25 हजार के इनामी आरोपित को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। छह बदमाशों ने सितंबर में हरिद्वार के कनखल क्षेत्र में चिकित्सक के घर डकैती डाली थी। इस दौरान बदमाशों ने चिकित्सक की हत्या कर दी थी। चार बदमाशों को पुलिस पूर्व में पकड़ चुकी है, जबकि पांचवें आरोपित को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया। जबकि एक अभी भी फरार चल रहा है।
एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल के अनुसार, 11 सितंबर 2023 को हरिद्वार स्थित कनखल थाने में वादिया दीप्ति निवासी निकट प्रेमनगर आश्रम पुल कनखल ने तहरीर दी कि कुछ बदमाशों ने उनके पिता डा. अशोक चड्ढा की गला रेतकर हत्या कर दी गई है। इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।
विवेचना में पता चला कि छह बदमाश 10 सितंबर की रात को घर में घुसे थे और डा. चड्ढा की हत्या कर दी। बदमाश घर से नकदी और गहने ले गए थे। इस मामले में पुलिस ने डकैती समेत अन्य धाराएं भी बढ़ाईं। कनखल थाना पुलिस ने 15 सितंबर को चार बदमाशों भानु प्रताप निवासी ग्राम बस्तोरा थाना हस्तिनापुर जिला मेरठ उत्तर प्रदेश हाल निवासी माया विहार जगजीतपुर थाना कनखल जनपद हरिद्वार, संदीप कुमार निवासी पंडितपुरी रायसी थाना लक्सर जिला हरिद्वार, अभिजीत उर्फ सुक निवासी आर्यनगर ज्वालापुर हरिद्वार और मनीष गिरी निवासी बैराज कालोनी मायापुर थाना कोतवाली हरिद्वार को गिरफ्तार कर लिया।
इन आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि शिव्वू लंगड़ा निवासी लालमंदिर आर्यनगर कोतवाली ज्वालापुर हरिद्वार व दीपक कोती निवासी रावली महदूद थाना सिडकुल जनपद हरिद्वार भी घटना में शामिल थे, जो फरार हैं। इसमें शिब्बू लंगड़े की गिरफ्तारी पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
घटना के बाद से ही मोबाइल कर दिया था बंद
एसएसपी ने बताया कि शिब्बू लंगड़ा शातिर अपराधी है। घटना के बाद से ही उसने अपना मोबाइल बंद कर दिया था, जिसके कारण उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही थी। एसटीएफ के मुख्य आरक्षी देवेंद्र ममगाईं ने आरोपित का सुराग जुटाया, तो पता चला कि इन दिनों वह दिल्ली में छिपा हुआ है। निरीक्षक यशपाल बिष्ट की देखरेख में एक टीम तत्काल दिल्ली भेजी गई, जहां से आरोपित को गिरफ्तार किया गया। इस वर्ष एसटीएफ की टीम ने 55वें इनामी बदमाश को सलाखों के पीछे पहुंचाया है।