कोटद्वार: हाकी टीम का मैनेजर बनाने के नाम पर युवक से रिश्वत मांगने के मामले में राजकीय स्पोर्ट्स स्टेडियम के हाकी कोच को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
शिकायतकर्ता की ओर से सतर्कता अधिष्ठान में फोन कर उससे रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज करवाई थी। युवक का कहना था कि उसके भाई को जिला क्रीड़ा अधिकारी ने जनपद पौड़ी की अंडर-19 हाकी टीम का मैनेजर नियुक्त किया था, जो बीते वर्ष छह नवंबर को पिथौरागढ़ में हुई अंडर-19 राज्यस्तरीय हाकी प्रतियोगिता में जनपद पौड़ी की टीम लेकर गया था।
टीम के आने-जाने व खाने की व्यवस्था में उसके भाई के 40 हजार रुपये व्यय हुए। उक्त धनराशि का भुगतान खेल विभाग ने 27 नवंबर को कर दिया। आरोप है कि स्टेडियम के हाकी कोच महेश्वर नेगी उक्त 40 हजार की धनराशि में से 17 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। शिकायतकर्ता का कहना था कि महेश्वर ने उससे कहा कि 17 हजार रुपये न देने पर उसे भविष्य में टीम को ले जाने का मौका नहीं मिलेगा।
शिकायत के बाद हरकत में आई विजिलेंस टीम बुधवार को कोटद्वार पहुंची। टीम ने राजकीय स्पोर्ट्स स्टेडियम में हाकी कोच रतनपुर (कुंभीचौड़) निवासी महेश्वर नेगी को दस हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर दिया। सतर्कता निदेशक डा. वी. मुरुगेशन ने बताया की हाकी कोच के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
रिश्वत लेने या देने वालों की दें सूचना
देहरादून: विजिलेंस की ओर से रिश्वत लेने या देने वालों की सूचना देने की अपील की गई है। सतर्कता अधिष्ठान के टोल-फ्री नंबर 1064 व व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 9456592300 पर किसी भी समय भ्रष्टाचार के विरुद्ध शिकायत की जा सकती है।