चारधाम यात्रा की भ्रामक खबरें चलाने वाले यूट्यूबर व ब्लागर पर पुलिस प्रशासन कसेगा शिकंजा
देहरादून: चारधाम (केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री व गंगोत्री) मंदिर परिसर के 50 मीटर दायरे में मोबाइल का प्रयोग प्रतिबंधित करने के बाद अब यूट्यूब चैनल व ब्लाग पर भ्रामक खबरें चलाने वालों पर उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) नकेल कसने जा रही है। ऐसे यूट्यूबर व ब्लागर चिह्नित किए जा रहे हैं, जो तथ्यहीन खबरें चला रहे हैं। एसटीएफ के साथ रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी व चमोली जनपद पुलिस का मीडिया सेल भी ऐसे लोगों की लगातार निगरानी कर रहा है।
चारधाम यात्रा में अत्याधिक भीड़ उमड़ने के चलते कुछ जगह अव्यवस्था की खबरें सामने आई हैं। ऐसे में सरकार ने सख्त निर्णय लेते हुए चारों धामों के मंदिर परिसर के 50 मीटर दायरे में मोबाइल फोन का इस्तेमाल प्रतिबंधित कर दिया है। वहीं, बिना रजिस्ट्रेशन चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को लौटाया जा रहा है।
पुलिस विभाग के संज्ञान में आया है कि यात्रा मार्गों पर यूट्यूबर व ब्लागर की संख्या बेतहाशा है, जो अपने यूट्यूब चैनल व ब्लाग पर भ्रामक खबरें प्रसारित कर रहे हैं, जिससे प्रदेश की छवि धूमिल हो रही है। इन पर नजर रखने और कार्रवाई के लिए पुलिस मुख्यालय ने एसटीएफ को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था एपी अंशुमान ने बताया कि जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया गया है कि इंटरनेट मीडिया पर चारधाम से संबंधित भ्रामक प्रचार करने वाले व्यक्तियों की सूची तैयार करें। ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
इंटरनेट मीडिया पर भ्रामक खबरें फैलाने वालों की लगातार निगरानी की जा रही है। रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी व चमोली जिले में इसके लिए सोशल मीडिया सेल भी बनाया गया है। इसके अलावा एसटीएफ भी ऐसे व्यक्तियों को चिहि्नत कर रही है, जो भ्रामक वीडियो व फोटो प्रसारित कर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
– आयुष अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, उत्तराखंड पुलिस