धुमाकोट: नैनीडांडा ब्लाक के राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डुंगरी में प्रभारी प्रधानाध्यापिका द्वारा छात्राओं से बर्तन साफ करने वाले जूने से शौचालय की सीट साफ करवाने का मामला प्रकाश में आया है। शिकायत पर हुई जांच के दौरान विद्यालय में वित्तीय अनियमितताओं की बात भी सामने आई है।
उप शिक्षा अधिकारी ने विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापिका का चार्ज एक अन्य शिक्षिका को देते हुए मामले में कार्यवाही की संस्तुति उच्चाधिकारियों से की है। <VBCRLF>उप शिक्षा अधिकारी अभिषेक शुक्ला ने बताया कि विद्यालय में अनियमितताओं व शिक्षिकाओं के मानसिक उत्पीड़न संबंधी एक शिकायत के बाद आरोपों की जांच के लिए विकासखंड स्तर पर पांच सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई।
कमेटी में शामिल एक पूर्णकालिक प्रधानाध्यापक, राजकीय शिक्षक संघ नैनीडांडा इकाई के एक मंत्री, अनुसूचित जाति के प्रतिनिधि के रूप में एक महिला प्रवक्ता व एक कार्यालय सहायक जांच के लिए तीस जनवरी को विद्यालय पहुंचे। जांच के दौरान इस बात कि पुष्टि हुई कि प्रभारी प्रधानाध्यापिका की ओर से विद्यालय में विभिन्न मदों से प्राप्त धनराशि को मनमर्जी से व्यय किया गया। साथ ही, शिक्षिकाओं व अन्य के द्वारा टोके जाने पर उन्हें एससी-एसटी केस में फंसाने की धमकी भी दी गई। जांच में विद्यालय की छात्राओं ने बताया कि प्रभारी प्रधानाध्यापिका ने बर्तन धोने के जूने से उनसे शौचालय की सीट साफ करवाई।
उप शिक्षा अधिकारी ने उक्त जांच रिपोर्ट के आधार पर विद्यालय की अन्य शिक्षिका को प्रभारी प्रधानाध्यापिका का पदभार सौंप उक्त शिक्षिका से सहयोग की अपेक्षा की गई। लेकिन, उक्त कार्यवाही के बाद भी उक्त शिक्षिका के व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। जिसके बाद विद्यालय में अभिभावकों की खुली बैठक बुलाकर पूरे प्रकरण की जानकारी अभिभावकों को दी गई। बताया कि उनकी ओर से उच्चधिकारियों से उक्त शिक्षिका को अन्यत्र स्थानांतरित करने की संस्तुति की गई है।