हरिद्वार: समलैंगिक डेटिंग एप पर दोस्ती करने के बाद बिहार के एक युवक को रेलवे स्टेशन से कनखल क्षेत्र में ले जाकर लूटपाट करने वाले तीन आरोपितों को जीआरपी हरिद्वार की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। पीड़ित बीते मई में इलाज कराने पतंजलि योगपीठ आया था। इस दौरान गैंग ने उसे अपना शिकार बनाया था। कई थानों में भटकने के बाद पीड़ित ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर न्याय की गुहार लगाई थी। शनिवार को जीआरपी के एसपी अजय गणपति कुंभार ने शनिवार को थाना जीआरपी में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इस पूरे मामले का पर्दाफाश किया।
एसपी अजय गणपति ने बताया कि बिहार में कैमूर जिला निवासी एक युवक बीते मई के महीने में इलाज करने के लिए पतंजलि आया था। एलजीबीटी समुदाय से जुड़े डेटिंग एप गिरेंडर पर उसकी दोस्ती रविकांत निवासी हैदर नगर की तितावी मुजफ्फरनगर हाल निवासी रामधाम कालोनी से हुई। पांच मई को हरिद्वार रेलवे स्टेशन से रविकांत उसे अपने साथ शंकराचार्य चौक के पास ले गया। जहां उसके कुछ साथी पहले से मौजूद थे।
युवक को बैरागी कैंप ले जाकर उसके साथ मारपीट करते हुए एटीएम कार्ड निकाला और पिन नंबर लेकर एटीएम, यूपीआई के माध्यम से करीब 30 हजार रुपए लूट लिए। गले की चेन अंगूठी व जेब से रुपए और आधार कार्ड भी लूट लिया गया था। कनखल थाना पहुंचने पर पुलिस ने उसे शहर कोतवाली और शहर कोतवाली से उसे जीआरपी थाना जाने के लिए कह दिया गया। तब युवक ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई थी।
जीआरपी और एसओजी की टीम ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और मुखबिर तंत्र की मदद से विनीत कुमार कटारिया निवासी रामधाम कालोनी रावली महदूद मूलनिवासी मंडावर बिजनौर और उत्तम कुमार निवासी गायत्री विहार सराय ज्वालापुर वह रविकांत निवासी हैदरनगर तितावी, मुजफ्फरनगर हाल निवासी रामधाम कालोनी को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में विनीत राणा, अर्जुन और मोनू के नाम भी सामने आए। मोनू को रानीपुर पुलिस ने कुछ दिन पहले ही एक मामले में जेल भेजा है। बताया कि फरार विनीत राणा और अर्जुन की तलाश की जा रही है। पूछताछ में आरोपित ने कबूल किया कि वह डेटिंग एप के माध्यम से पहले भी कई और युवाओं को इसी तरह लूटपाट का शिकार बन चुके हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपर पुलिस अधीक्षक अरुणा भारती, थानाध्यक्ष अनुज सिंह समेत पुलिस टीम मौजूद रहे।