हेलंग में दोमंजिला भवन ध्वस्त, दो श्रमिक मरे, पिथौरागढ़ में पांच मकान खतरे की जद में आए
चमोली: लगातार हो रही बारिश से मकानों के क्षतिग्रस्त होने का सिलसिला जारी है। मंगलवार रात चमोली के हेलंग में भूस्खलन से दोमंजिला भवन क्षतिग्रस्त हो गया। इसके मलबे में दबकर दो श्रमिकों की मौत हो गई, पांच अन्य घायल हो गए। इनमें दो को गंभीर चोटें आई हैं, उन्हें हेली रेस्क्यू करके हायर सेंटर ले जाया जा रहा है। पौड़ी के यमकेश्वर में तीन दिन पहले रिसार्ट में ठहरे हरियाणा के पर्यटकों में से दंपती के शव बरामद कर लिए गए है। इस परिवार के छह सदस्य मलबे में दब गए थे, इनमें चार के शव मिल चुके हैं। रुद्रप्रयाग के गौरीकुंछ में 12दिन पहले मलबे में दबे दो और शव मिले हैं। हादसे वाले दिन 23 लोग दब गए थे, अभी तक आठ शव मिल चुके हैं, 15 अभी लापता हैं। रुद्रप्रयाग में पुलिया टूटने के कारण मध्यमेश्वर धाम मार्ग में फंसे करीब 200 यात्रियों को हेलीकाप्टर से निकालने का काम जारी। अब तक 112 यात्रियों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। हेलीकाप्टर के लिए ग्रामीणों की मदद से अस्थायी हेलीपैड बनाया है।
चमोली में बदरीनाथ राजमार्ग का जोशीमठ के मनेरीपानी में 20 मीटर हिस्सा हुआ क्षतिग्रस्त। सीमा सड़क संगठन की टीम राजमार्ग की मरम्मत में जुटी है। इसके चलते राजमार्ग के दोनों ओर लगी यात्री वाहनों की कतार लगी है। यात्री मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं। पिथौरागढ़ के तपोवन में भूस्खलन से पांच मकान खतरे की जद में आए हैं। चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट-लिपुलेख मार्ग सप्ताह भर से अवरुद्ध है।