हल्द्वानी : श्रीकृष्ण की मनमोहक छवि और आकर्षण अद्भुत है। उनकी भक्ति में रमने वाला उन्हीं का हो जाता है। भगवान की ऐसी ही अनन्य भक्त हर्षिका पंत ने उनके संग विवाह का संकल्प लिया। गुरुवार को शुभ लग्नानुसार कृष्ण की बारात आई और हर्षिका ने उनके साथ सात फेरे लिए। कुमाऊंनी रीति रिवाज से हुए अनूठे विवाह के साक्षी 200 से अधिक रिश्तेदार व क्षेत्रवासी भी बने।
हल्द्वानी के आरटीओ रोड स्थित इंद्रप्रस्थ कालोनी फेज तीन में हुए इस अनूठे विवाह कार्यक्रम के दुल्हन के रिश्तेदार और स्थानीय लोग साक्षी बने। साथ ही समारोह को प्रभु कार्य मानते हुए भव्य बनाने में स्वजन का सहयोग भी किया। हर्षिका के पिता पूरन चंद्र पंत ने बताया कि वृंदावन से लाई गई श्रीकृष्ण की प्रतिमा की बुधवार को प्राण प्रतिष्ठा की थी। गुरुवार को सुबह उनके आवास से स्थानीय लोगों ने प्रतिमा को दूल्हे के रूप में सजाकर विवाह स्थल की ओर प्रस्थान किया।
गाजे-बाजे के साथ भजनों की धुन पर झूमते हुए बाराती करीब 11:30 बजे घर के समीप ही बनाए गए विवाह स्थल पर पहुंचे। यहां वधु पक्ष के लोगों ने भव्य स्वागत किया। विवाह की सभी रस्में की गईं और शाम करीब 4:45 बजे कार्यक्रम संपन्न हुआ। इसके बाद बारात वापस पंत आवास पहुंची। विवाह कार्य वधु पक्ष की ओर से पंडित चंद्रशेखर तिवारी और वर पक्ष से पंडित मनोज तिवारी ने संपन्न कराया। पिता ने बताया कि श्रीकृष्ण की प्राण प्रतिष्ठित प्रतिमा उनकी पुत्री के कक्ष में ही रहेगी।
विवाह संपन्न होते ही खिल उठा हर्षिका का चेहरा
21 वर्षीय हर्षिका बचपन से ही श्रीकृष्ण की भक्त रहीं है। 10 वर्ष की उम्र से प्रभु के लिए करवाचौथ का व्रत रख रही है। गुरुवार को विवाह संपन्न होने के बाद हर्षिका चेहरे की प्रसन्नता देखने लायक थी। गजब के तेज के साथ बेटी का चेहरा देख माता-पिता व स्वजन भी प्रसन्न दिखे।