
देहरादून: मानसून के शुरुआती दिनों में कभी धूप और कभी वर्षा की स्थिति स्वास्थ्य के लिहाज से कई प्रकार की चुनौतियां लाती है। वातावरण में आर्द्रता के चलते कई प्रकार के रोग पनपने शुरू हो जाते हैं। यह मौसम मच्छरों के प्रजनन के लिए भी अनुकूल माना जाता है। इस कारण वर्षा शुरू होते ही डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। अभी तक देहरादून में डेंगू का कोई मामला नहीं आया है, मगर अन्य वेक्टर जनित रोग के मरीज आने लगे हैं। जिसे देखते हुए एहतियाती कदम उठाए जाने लगे हैं।
जिला प्रशासन ने स्कूली बच्चों के लिए पूरी आस्तीन की शर्ट और फुल पैंट अनिवार्य कर दिया है। जिलाधिकारी सोनिका ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को इस आदेश का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं। कहा है कि इस गणवेश में न आने वाले छात्रों को स्कूल में प्रवेश न दिया जाए। प्रार्थना सभाओं में प्रतिदिन छात्र-छात्राओं को डेंगू चिकनगुनिया से बचाव के उपाय बताए जाएं। यह भी निर्देश दिए गए हैं कि विद्यालयों, मदरसों, आंगनबाड़ी केंद्रों के परिसर में कहीं भी वर्षा जल अथवा अन्य किसी भी प्रकार का जलभराव न होने दिया जाए।
एनएसएस-एनसीसी से जुड़े छात्र अपने घर के आसपास भी जलभराव व इस बीमारी की रोकथाम को जागरुकता अभियान संचालित करेंगे। बता दें कि बीते साल डेंगू ने दून में जमकर कहर बरपाया था। स्कूली छात्र भी बड़ी संख्या में डेंगू संक्रमित हुए थे। प्रशासन का मानना है कि जागरुकता की कमी, जरूरी एहतियात न बरतने पर डेंगू का प्रसार ज्यादा हुआ। ऐसे में डेंगू की रोकथाम के लिए अभी से आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
डेंगू-चिकनगुनिया से ऐसे करें बचाव
- कूलर, फ्रिज के पीछे की ट्रे, गमलों का पानी सप्ताह में दो बार साफ करें।
- सभी पानी की टंकियां और पानी जमा करने वाली वस्तुओं को ढककर रखें।
- घर में रखे गमलों के नीचे ट्रे न लगाएं और गमलों में पानी भरा न रहने दें।
- टूटे पुराने बर्तन, बोतल, डिब्बे बेकार टायर आदि इधर-उधर न फेंकें।
- सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, मास्किटो रेपेलेंट आदि का प्रयोग करें।
- चिड़ियों और जानवरों के पानी पीने के बर्तनों को रोजाना साफ करें।