हरिद्वार: नाबालिग हॉकी की खिलाड़ी का शारीरिक शोषण करने वाले कोच के खिलाफ पुलिस ने रात भर चली छानबीन के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया है। शुरुआती छानबीन में सामने आया है कि ऋषिकेश के वीरभद्र क्षेत्र निवासी पीड़िता को टीम में चयनित करने का झांसा देकर शिकार बनाया गया। देर रात स्वजनों के हरिद्वार पहुंचने पर पीड़िता रिपोर्ट लिखाने पहुंची। फिलहाल कोच से लंबी पूछताछ चल रही है, अगले कुछ घंटे में उसे गिरफ्तार किया जा सकता है।
रोशनाबाद स्टेडियम में नेशनल गेम्स के लिए चल रहे अभ्यास सत्र में कई खिलाड़ी भाग ले रहे थे। इसी दौरान पीड़िता ने अपने कोच पर यौन शोषण और दुष्कर्म का आरोप लगाया। शिकायत के अनुसार, यह घटना कैंप के दौरान हुई। पुलिस ने रात में ही पीड़िता का मेडिकल कराते हुए कोच को हिरासत में ले लिया।
सीओ सिटी जूही मनराल, सीओ ऑपरेशन शांतनु पाराशर और सिडकुल थानाध्यक्ष मनोहर भंडारी की संयुक्त टीम ने रात भर इस मामले की छानबीन की। शुरुआती पड़ताल में सामने आया है कि ऋषिकेश के वीरभद्र क्षेत्र निवासी पीड़िता लगभग एक महीने से हरिद्वार में ही रहकर अभ्यास कर रही थी और सिडकुल क्षेत्र के एक होटल में उसने कमरा लिया हुआ था।
रविवार देर शाम एक कोच ने ही पीड़िता के पिता को फोन पर बताया कि अभ्यास सत्र के दौरान एक कोच ने उनकी बेटी के साथ शारीरिक संबंध बनाए हैं। यह सुनकर परिवार वालों के होश उड़ गए और वे आनन-फानन में हरिद्वार पहुंचे। बेटी से इस बारे में पूछने पर शिकायत सही निकली। तब वह पीड़िता को लेकर सिडकुल थाने पहुंचे।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपित कोच भानु अग्रवाल निवासी चंपावत ने टीम में चयनित करने का झांसा देकर पीड़िता के साथ कई बार दुष्कर्म किया। लेकिन पीड़िता का चयन टीम में नहीं हुआ। तब किसी तरह एक अन्य कोच को घटना का पता चला और उसने पीड़िता के स्वजनों तक यह बात पहुंचाई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि पीड़िता का मेडिकल कराते हुए आरोपित कोच के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपित से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।